
Shashi Pathak is the founder of hitchAR, an Augmented Reality startup. He is also a Mentor of Change at AIM, NITI Aayog. In his free time he likes to write about social issues. His work has been published in many literary magazines and journals. "18 and counting" is his first collection of poetry which was published in 2015.
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कॉमरेड
कॉमरेड,
लड़ाई एक दिन की नहीं
लड़ाई एक दिन के लिए है
एक दिन जब लड़ने को
कोई नहीं होगा
ये लड़ाई जीत की नहीं
सबके हित की है
तुम उठ यहाँ आए
खड़े समाज के चौराहे पे
समाज को आइना दिखाने
पर समाज से लड़ने नहींसमाज को लड़ना सिखाने
दुश्मन ये लोग नहीं
जो तुम्हें लड़ने से रोकते है
दुश्मन वो सोच है
जो तुम्हें सच बोलने से
सच देखने से
और सच सुनने से रोकता है
आज अगर लड़ गये
तो कल रहे ना रहें
सच ज़रूर रहेगा
और सच बोलने वालों
में डर नहीं रहेगा।कॉमरेड
आज अगर लड़ गये
तो कल लड़ने को
एक कॉमरेड फिर रहेगा।